Makar sankranti essay in Hindi
नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख में हम बात करेंगे मकर संक्रांति के ऊपर (makar sankranti essay in hindi)। मकर संक्रांति भारत का एक बहुत प्रचलित पर्व है जिसे लोग धूम धाम से मानते है (Makar sankranti celebration)। अगर आप मकर संक्रांति के ऊपर जानकारी या निबंध ढूंढ रहे है तोह आप सही जगह आये है।
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मकर संक्रांति क्यों मनाया जाती है ?
यह पर्व पौष के माह में शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। आम तौर पर ज्यादतर हिन्दू पर्व अलग अलग तारीक पर मनाये जाते है मगर यह पर्व हर साल 14 तारीक को ही मनाया जाता है।
इस त्यौहार का सीधा सम्बन्ध सूर्य से है। इस दिन सूर्य दक्षिण दिशा से उत्तर दिशा किन ओर बढ़ना शुरू करदेता है। सूर्य साल के 12 माह 12 राशियों में घूमता। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। इसी लिए इस त्यौहार को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
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मकर संक्रांति के दूसरे नाम
भारत त्योहारों का देश है जहा पर भिन्न भिन्न प्रकार के त्यौहार बहुत धूम धाम से मनाये जाते है। मकर संक्रांति (Makar Sankranti) वैसे तो एक हिन्दू पर्व है मगर पूरे देश में इसे हर धर्म के लोगो के द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसको देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न नाम से बुलाया जाता है। कही इसको उत्तरायण कहा जाता है, तोह कोई इसको पोंगल और लोहड़ी के नाम से जानता है।
मकर संक्रांति किस प्रकार से मनाई जाती है
इस दिन सूर्य देवता की पूजा की जाती है। इस दिन सभी लोग धर्म पुण्य का काम करते है। अलग अलग लोग इस दिन तरह तरह के रस्म रिवाज निभाते है। कोई अपनों से बड़ो को उपहार देता है तोह कोई अपने से छोटो को। इस दिन तिल के लड्डू बनाये जाते है। फिर उन लड्डुओं को दान किया जाता है। इस दिन दान पुण्य का बहुत महत्व होता है। इस दिन लोग गरीबो में कम्बल भी दान करते है।
इस दिन घरो में विब्भिन प्रकार के मिष्ठान बनते है। उन पकवानो को सब लोग साथ में बैठकर मजे लेकर खाते है। सूर्य के दक्षिण से उत्तर की वजह से दिन बड़े होने लगते है और राते छोटी होने लगती है। मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ने की परंपरा भी देश के कई हिस्सों में मनाई जाती है। इस दिन लोग अपनी अपनी छतो पर आते है और अपने घरो से पतंग उड़ाते है। उन पतंगों को लड़ाया जाता है एक पतंग के काट जाने के बाद ख़ुशी मानते है। लोग अलग अलग रंगो व् बनावटों की पतंगे उड़ाते है। इस दिन पूरे आसमान में पतंग ही पतंग दिखती है। आसमान में इतनी तरह की पतंगे देखके आसमान बहुत ही सुन्दर लगता है। इस दिन का बच्चो में बहुत ही उत्साह होता है ताकि वो लोग पतंग उड़ा सके। कई जगहों पर पतंग की प्रतियोगिताएं भी होती है।
मकर संक्रांति का कृषि कार्यो से सम्बन्ध
मकर संक्रांति लहलहाती फसलों का भी पर्व है। इस समय खरीब की फसल काट चुकी होती और रबी की फसल लगने की तयारी हो रही होती है। खेतो में सरसो की फसल लहलहाती हुई बहुत ही सुन्दर लगती है। मकर संक्रांति को बसंत ऋतू की शुरुआत भी माना जाता है।
उपसंहार
सब मिलाकर मकर संक्रांति एक बहुत ही खूबसूरत पर्व है। इस दिन हम सूर्य देव की पूजा करते है। इस दिन हम लोग गरीबो में और जरुरतमंदो को दान पुण्य भी करते है। इस दिन सभी परिवारों को एक जुट होके ख़ुशी मानाने का मौका मिलता है। बच्चो को पतंगों से खेलने का आनंद मिलता है। और कई तरह के स्वादिष्ट पकवान भी बनाके खाये जाते है। इसलिये यह कहना गलत नहीं होगा की यह पर्व सिर्फ खुशिया लेके आता है।